नागालैंड के 6 जिलों ने हाल ही में 19 अप्रैल शुक्रवार को हुए लोकसभा चुनाव में मतदान करने से मना कर दिया है। नागालैंड की एक ऑर्गेनाइजेशन (Eastern Nagaland People’s Organisation) ENPO ने यह मांग रखी कि उनको एक अलग राज्य घोषित किया जाए और उनको फाइनेंशियल ऑटोनॉमी दी जाए।
नॉर्थ ईस्टर्न स्टेट के चीफ इलेक्शन ऑफिसर ने ENPO को नोटिस जारी किया है और उनको नोटिस में पूछा गया कि वह इलेक्शन के इस काम में अड़चन क्यों डाल रहे हैं।
तब ENPO का रिप्लाई आता है कि अभी नॉर्थ ईस्टर्न में पब्लिक इमरजेंसी चल रही है। जिस कारण से लोगों ने इलेक्शन को बायकाट किया है। साथ ही साथ जनता की मांग है कि इन 6 जिलों को एक अलग राज्य बनाया जाए।
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नोटिस के जवाब में ENPO ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया कि उन्होंने किसी भी तरह का अड़चन वोटिंग में नहीं डाला है। हालांकि नॉर्थ ईस्टर्न एरिया में पब्लिक इमरजेंसी है जिस कारण से लोगों ने खुद से ही वोटिंग को बायकाट किया है।
आपको बता दें कि 30 अप्रैल को ENPO ने 20 MLA के साथ क्लोज डोर मीटिंग रखी। जिसमें उन्होंने यह निर्णय लिया कि इस बार लोकसभा के चुनाव में उनके 6 जिले मतदान नहीं करेंगे। इस पर 20 MLA ne उनको इस निर्णय पर एक बार और सोचने के लिए कहा तब उन्होंने इलेक्शन को बायकाट करने का ही निर्णय लिया।
आपको बता दें कि नॉर्थ ईस्ट में 8 मार्च को पब्लिक इमरजेंसी घोषित की गई थी। जिसके बाद ENPO ने नॉर्थ ईस्टर्न के कुछ एरिया में चुनावी प्रचार को बंद करवा दिया था।